बलिया, फरवरी 25 -- बलिया, संवाददाता। मनरेगाकर्मियों को छह महीने से मानदेय नहीं मिलने के कारण उनके समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। पैसा के अभाव में उनके बच्चों की पढ़ाई और परिजनों के इलाज के साथ ही दो जून की रोटी का जुगाड़ करना बेहद कठिन हो गया है। मनरेगाकर्मियों की मानें तो मानदेय के अभाव में उनकी दीवाली, मकर संक्रांति का पर्व फीका गुजरा अब होली जैसे महत्वपूर्ण त्योहार भी फीका रहने का भय बना हुआ है। पैसे के अभाव में जरूरी सामानों की खरीदारी नहीं कर पा रहे हैं, जबकि वह दिन रात मेहनत कर काम को समय से पूर्ण करते हैं। मानदेय के बारे में अधिकारी केवल आश्वासन दे रहे हैं। जिले में कुल 765 मनरेगाकर्मी हैं। इनमे केवल 79 तकनीकी सहायकों को अक्तूबर 2024 का मानदेय भुगतान हुआ। इसके अलावा बाकी 686 मनरेगा कर्मियों में किसी का सात तो किसी का आठ महीने...