वाराणसी, नवम्बर 13 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। पीजीआई चंडीगढ़ के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रो. सत्य स्वरूप त्रिपाठी ने कहा कि हाथ कटने के छह घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचने पर उसे दोबारा जोड़ा जा सकता है। देर होने पर कोशिकाएं मृत होने लगती हैं, जिससे अंग को पुनः जोड़ना संभव नहीं रहता। वह बड़ालापुर स्थित ट्रेड फैसिलिटी सेंटर (टीएफसी) में एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जन्स ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित चार दिवसीय 59वें वार्षिक अधिवेशन एपिस्कॉन-2025 के दूसरे दिन गुरुवार को उपस्थित सर्जनों को संबोधित कर रहे थे। प्रो. सत्य स्वरूप त्रिपाठी ने कहा कि ऐसी जटिल सर्जरियों में बेहद नाजुक नसें, रक्त नलिकाएं, मांसपेशियां और हड्डियों के हिस्से माइक्रोस्कोप की मदद से जोड़े जाते हैं। इसके बाद मरीज की लगातार मॉनिटरिंग करनी होती है। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्...