बोकारो, नवम्बर 16 -- रुस्तम अंसारी, पेटरवार। पेटरवार प्रखंड के गागी गांव से उठकर पूरे गोमिया व जरीडीह विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में अपनी पहचान बनाने वाले छत्रुराम महतो उन विरले नेताओं में रहे, जिन्होंने राजनीति को कभी सत्ता का माध्यम नहीं, बल्कि सेवा का संकल्प माना। पांच बार विधायक और अविभाजित बिहार सरकार में वित्त राज्य मंत्री रहे छत्रु राम महतो ने करीब पांच दशकों तक जिस सादगी के साथ जरीडीह और गोमिया विधानसभा क्षेत्र में जनप्रतिनिधित्व किया, उसकी मिसाल आज भी स्थानीय राजनीति में दी जाती है। छत्रुराम महतो की शुरुआत एक शिक्षक के रूप में हुई। 1959 में हजारीबाग के संत कोलंबस कॉलेज से स्नातक करने के बाद वे रामरूद्ध उच्च विद्यालय, चास में पढ़ाने लगे। पर 1968 में सामाजिक बदलाव की पुकार जब अधिक तेज हुई, तो उन्होंने कक्षा छोड़ समाज की राह चुन ली...