सुकमा, मई 25 -- आज के आधुनिक युग में आप बिजली के बिना जीवन की कल्पना नहीं कर सकते,लेकिन छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के पोलमपाड़ गांव में लोग पिछले 40 सालों से एक अदद रोशनी को तरस गए। बिजली के साथ आने-जाने के लिए सड़कें भी तहस-नहस थीं। वजह थे उस क्षेत्र में फैले नक्सली। अब सरकार की पहल और नक्सलवाद पर लगातार वार ने इस गांव की खुशियां लौटा दी हैं। पोलमपाड़ गांव को इतने सालों बाद बिजली के साथ सड़क और अन्य सुविधाएं भी बहाल कर दी गई हैं। सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि पोलमपाड़ गांव में बिजली आ गई है। इससे विकास के द्वार खुलेंगे। बिजली करीब 40 साल बाद वापस आई है। सीआरपीएफ ने 2024 में गांव के पास अपना कैंप स्थापित किया और बिजली बहाल की है। इस इलाके में कई गांवों में बिजली थी लेकिन नक्सलियों ने कई गांवों के बिजली कनेक्शन को नष्ट कर दिया था। उन्...