वैनी (सोनभद्र), अक्टूबर 26 -- डाला छठ की आस्था ने जब जुनून का रूप लिया तो सोनभद्र के एक शख्स ने असंभव को संभव कर दिखाया। चकयां गांव में जहां एक भी तालाब नहीं था, वहां इंद्रबहादुर ने अकेले अपने दम पर 40 फीट लंबा-चौड़ा और पांच फीट गहरा तालाब खोद डाला। उनकी जिद थी कि इस बार महिलाएं सूर्यदेव को अर्घ्य देने लंबी दूरी तय कर कर्मनाशा नदी तक न जाएं। पांच माह में इंद्रबहादुर ने दिन-रात अनथक मेहनत कर सपने जैसे दुरूह काम को साकार कर दिखाया। नगवां ब्लाक के ग्राम पंचायत चकयां के बिछिया गोसा गांव निवासी 45 वर्षीय इंद्रबहादुर बताते हैं कि लगभग दो हजार की आबादी वाले गांव में छठ पूजा के लिए एक भी तालाब नहीं था। हर साल छठ पर महिलाओं को गांव से दो किमी दूर कर्मनाशा नदी के किनारे अर्घ्य के लिए जाना पड़ता था। नदी में मगरमच्छ सहित अन्य जहरीले जंतुओं का भय बना र...