संभल, अप्रैल 21 -- कभी डिस्कस थ्रो में राष्ट्रीय स्तर पर चमक बिखेर चुके अकबरपुर गहरा गांव के प्रदीप कुमार के जीवन की दिशा एक दर्दनाक मोड़ पर बदल गई, जब वर्ष 2010 में खेलते समय उन्हें घुटने में गंभीर चोट लग गई। मैदान छोड़ना पड़ा, लेकिन खेल से नाता नहीं टूटा। सपनों को नया रास्ता दिखाते हुए प्रदीप कुमार ने अपने ही 10 बीघा के खेत को ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए ट्रेनिंग सेंटर बना दिया। जहां वह अब बच्चों को गोल्डन सितारों के रूप में गढ़ रहे हैं। असमोली क्षेत्र के अकबरपुर गहरा निवासी प्रदीप कुमार नेशनल डिस्कस थ्रो खिलाड़ी रहे हैं। वर्ष 2005 से उन्होंने मेडल जीतने का सिलसिला शुरू किया था और 2009 तक कई स्टेट स्तरीय और नेशनल प्रतियोगिताओं में मेडल जीते। रांची में संपन्न हुई नेशनल प्रतियोगिता में उन्होंने 48.12 मीटर थ्रो कर अपनी विशेष पहचान बनाई लेकिन ...