बिजनौर, जून 24 -- मिल प्रबंधन ने किसानों को गन्ने की फसल में मौजूद चोटी बेधक कीट अथवा टॉप बोरर की पहचान और बचाव के उपाय बताए। मिलकर्मियों ने किसानों से कहा कि गन्ने के खेतों में चोटी बेधक कीट अथवा टॉप बोरर की तीसरी पीढ़ी का प्रकोप शुरू हो गया है। इससे बचाव के लिए प्रभावित किल्लों को जमीन की सतह से काटकर बाहर करके प्रति एकड़ 400 लीटर पानी में 150 मिलि नेटजेन अथवा कोराजन का घोल बनाकर गन्ने की लाइनों में जड़ के पास धार से प्रयोग करें तथा चौबीस घंटे के भीतर हल्की सिंचाई कर दें। यदि को.0238, पीबी 95 और को.11015 प्रजाति के गन्ने में कैंसर (रेड रॉट) लाल सड़न रोग के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। (रेड रॉट) लाल सड़न रोग से प्रभावित गन्ने के मध्यसिरे पर आगे और पीछे दोनों ओर लाल भूरे रंग के मोतियों की माला के निशान स्पष्ट तौर पर देखे जा सकते हैं। इसके अलाव...