गुमला, अप्रैल 21 -- चैनपुर, प्रतिनिधि । जिले के चैनपुर प्रखंड में बेरोजगारी की मार झेल रहे ग्रामीणों और मजदूरों के लिए मनरेगा योजना अब राहत कम और चिंता का विषय ज्यादा बनती जा रही है। मनरेगा योजना का लाभ ग्रामीणों तक पूरी तरह नहीं पहुंच पा रहा है। जिसके चलते स्थानीय लोग रोजगार की तलाश में महानगरों की ओर पलायन करने को मजबूर हैं।आंकड़ों के मुताबिक लगभग 71 हजार की आबादी वाले चैनपुर प्रखंड में वर्ष 2023-24 और 2024-25 के दौरान 1600 योजनाएं संचालित की गईं, लेकिन इनमें से मात्र 50 प्रतिशत मजदूरों को ही काम मिल सका है। यहां कुल 18,922 जॉब कार्ड धारक हैं। जिनमें से करीब 28,000 मजदूर एक्टिव रूप से पंजीकृत हैं। बावजूद इसके बड़ी संख्या में मजदूरों को न तो नियमित काम मिल पा रहा है और न ही समय पर मजदूरी का भुगतान।ग्रामीणों का कहना है कि सरकार द्वारा सौ ...