मधुबनी, नवम्बर 7 -- मधेपुर। बिहार विधानसभा चुनाव पर भी पर्व-त्योहारों, संस्कार, पारंपरिक व राष्ट्रीय गीतों का भरपूर असर दिख रहा है। प्रचार में सुनी जा रही है पर्व एवं मिथिला की कला-संस्कृति से संबंधित गीत। गामे गाम टोले-टोले उठलै लहरियो रे जान तथा ... छाप छै निसनमां हौ भैया बटन दबबिहअ सरीखे गीत-संगीत से अनुगूंजित है मधेपुर एवं लखनौर प्रखंड सहित मधुबनी जिले का चप्पा-चप्पा। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के लिए बनाये गए कैसेट(पेन ड्राइव या चिप्स) में सालोंभर कई पर्व-त्योहारों के अवसर पर गाये जाने वाले गीतों की याद ताजा कर दी है। बटगवनी, जट-जटिन, चैतावर, लगनी, छठ, डहकन, सामा-चकेवा, विवाह गीत सहित अन्य पारंपरिक गीतों के धुन पर बनाया गया प्रचार पेन ड्राइव व चिप्स(कैसेट) माहौल को रमणीय बना दिया है। मैथिली पारंपरिक गीतों के अलाव...