नई दिल्ली, नवम्बर 15 -- दिल्ली के एक निजी संस्थान में 16 छात्राओं से यौन उत्पीड़न के आरोपी और स्वयंभू धर्मगुरु चैतन्यानंद सरस्वती ने तिहाड़ जेल में अपनी जान को खतरा बताया है। उसने इस बात का दावा दिल्ली की एक अदालत में उस वक्त किया, जब शुक्रवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत पूरी होने पर उसे न्यायिक मजिस्ट्रेट अनिमेष कुमार के समक्ष पेश किया गया। मामले की सुनवाई के बाद अदालत ने जेल अधिकारियों से विस्तृत स्थिति रिपोर्ट मांगते हुए, मामले में आगे की सुनवाई 18 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी। कार्यवाही के दौरान चैतन्यानंद ने इस बात की शिकायत भी की कि जेल अधिकारियों से बार-बार अनुरोध करने के बावजूद उसे साधु के वस्त्र पहनने की अनुमति नहीं दी गई, न ही उसे साधुओं वाला बिना लहसुन-प्याज का खाना दिया जा रहा है। चैतन्यानंद श्रीशारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैन...