नई दिल्ली, सितम्बर 1 -- दिल्ली के कालकाजी मंदिर परिसर में हुई सेवादार योगेंद्र सिंह की हत्या में गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि पिटाई का बदला लेने के लिए ही सेवादार की हत्या की गई थी। हालांकि, इस मामले में पहले कहा जा रहा था कि आरोपियों ने चुन्नी प्रसाद को लेकर हुई कहासुनी में सेवादार की हत्या की थी। पुलिस को दिए बयान में आरोपियों ने बताया कि शुक्रवार को दिन में मोहन उर्फ भूरा मंदिर में दर्शन करने गया था, जहां प्रसाद मांगने पर सेवादारों ने उसकी पिटाई की थी। पिटाई का बदला लेने के लिए मोहन फिर से रात को अपने कुछ साथियों के साथ मंदिर पहुंचा, जहां उसने सेवादार योगेंद्र सिंह को धर्मशाला की ओर जाते हुए देखा। वहां आरोपियों ने लाठी-डंडों से बहुत बुरी तरह योगेंद्र को पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। यह भी पढ़ें- कालकाजी मंदिर के बाहर...