रांची, अगस्त 19 -- रांची, संवाददाता। चीन ने हाल ही में भारत को उर्वरक, रेयर अर्थ मिनरल और टनल बोरिंग मशीन की आपूर्ति करने पर सहमति जताई है। यह समझौता न केवल भारत के औद्योगिक और कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, बल्कि इसका सकारात्मक असर राज्यों के स्तर पर भी देखने को मिल सकता है। झारखंड के उद्योगपतियों, एक्सपोर्टर्स और चैंबर प्रतिनिधियों का मानना है कि इस कदम से राज्य के औद्योगिक और कृषि विकास को नई गति मिल सकती है। झारखंड चैंबर की एक्सपोर्ट-इंपोर्ट उपसमिति के चेयरमैन विवेक टिबड़ेवाल ने बताया कि चीन से उर्वरक की आपूर्ति की सहमति से सबसे अधिक लाभ किसानों को होगा। उन्होंने कहा कि यूरिया का बड़ा हिस्सा चीन से आपूर्ति किया जाता है। यदि यह आपूर्ति फिर शुरू होती है तो इससे देश के साथ राज्य के किसानों को राहत मिलेगी। हालांकि, उन्होंन...