देहरादून, नवम्बर 1 -- अलग राज्य बनने के बाद उत्तराखंड के सामने पलायन सबसे बड़ी चुनौती रहा है। पलायन के चलते राज्य के कई गांव वीरान हो गए, लेकिन कोरोनाकाल के बाद राज्य में रिवर्स पलायन की उम्मीद भी जगी है। कई गांवों में लोग वापस लौटने लगे हैं। चीन युद्ध के दौरान उजड़ा जोहार वैली का मिलम गांव भी रिवर्स पलायन से फिर आबाद होने लगा है। यहां रिवर्स पलायन होने से 63 वर्षों में पहली बार एक नया मकान बनकर अस्तित्व में आया है, जिसके दरवाजे वर्तमान में होमस्टे के तौर पर पर्यटकों के लिए खोले जा रहे हैं। अन्य कुछ ग्रामीणों ने भी अपने पुराने मकानों को सुधारा है। सरकार इस गांव को सड़क, बिजली, संचार सेवा से भी जोड़ने को प्रयासरत है, ताकि उच्च हिमालयी क्षेत्र में बसा यह गांव पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान बना सके। चीन, नेपाल सीमा के नजदीक बसे गांवों को फिर से...