नई दिल्ली, मई 27 -- भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की पहचान एक फिट रहने वाले नेता के तौर पर थी। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी वह कड़ी मेहनत करते थे। इसके अलावा आजादी की लड़ाई के दौरान वह जनता के बीच ऐक्टिव रहते थे। कई बार महात्मा गांधी के साथ उन्होंने लंबी-लंबी पैदल यात्राएं कीं। हालांकि 1962 में चीन के साथ हुए युद्ध के बाद वह काफी गुमशुम रहने लगे थे। 27 मई 1964 को दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनका निधन हो गया था। इससे पहले करीब डेढ़ साल वह पहले की तुलना में काफी शांत रहते थे। करीबियों का कहना था कि उन्हें चीन से मिले धोखे का बड़ा सदमा लगा है और इस वजह से वह दुखी रहते हैं1962 का भारत-चीन युद्ध 1962 का भारत चीन युद्ध भारत के लिए कभी ना भूलने वाली टीस है। 21 नवंबर 1962 को युद्ध समाप्त हो गया था लेकिन यह गहरे घाव के निशान छोड़ ग...
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