नई दिल्ली, नवम्बर 11 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। भारत-भूटान के रिश्ते हालांकि पहले से ही गहरे रहे हैं लेकिन डोकलाम विवाद के बाद भारत विशेष रूप से सतर्क है। उसकी पूरी कोशिश रही है कि चीन का दखल वहां ज्यादा नहीं बढ़े। भूटान और चीन के बीच जारी सीमा विवाद में भी भारत भूटान के पक्ष में खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूटान यात्रा दोनों देशों के संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में महत्वपूर्ण साबित होगी। वैसे तो भारत की 699 किलोमीटर सीमा भूटान से लगती है लेकिन सबसे अहम डोकलाम में चीन-भूटान और भारत का ट्राई जंक्शन बिंदु है। चीन इस क्षेत्र पर दावा ठोकता रहा है लेकिन भूटान इसे अपना क्षेत्र मानता है। चीन ने 2017 में जब इस क्षेत्र में सड़क बनाने की कोशिश की तो भारत डटकर भूटान के साथ खड़ा रहा। दरअसल, यह क्षेत्र सिलीगुड़ी कॉरिडोर यानी चिकन नेक के करी...
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