देहरादून, दिसम्बर 30 -- देहरादून में त्रिपुरा के छात्र एंजल चकमा की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। ऑल इंडिया चकमा स्टूडेंट यूनियन समेत कई संगठनों ने इसे नस्लीय हमला (हेट क्राइम) करार देते हुए न्याय की गुहार लगाई है। वहीं, दून पुलिस ने नस्लीय टिप्पणी और नस्लीय हमले के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। एसएसपी अजय सिंह ने स्पष्ट किया कि यह विवाद नस्लीय नहीं, बल्कि दो गुटों के बीच अचानक हुई कहासुनी का परिणाम था। उन्होंने तर्क दिया कि हमलावर गुट में खुद पूर्वोत्तर (मणिपुर), नेपाल और बोक्सा जनजाति के युवक शामिल थे। एसएसपी अजय सिंह का कहना कि यह एक बेहद दुखद घटना है। मृतक छात्र एंजल चकमा अपने भाई के साथ बाजार से सामान खरीदने गया था। उसी दौरान पास में छह युवकों का एक समूह शराब पी रहा था। इसी बीच दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर टीका-टिप्प...