अल्मोड़ा, अगस्त 2 -- हल्द्वानी, संवाददाता। कठघरिया निवासी 65 वर्षीय जीवन चंद्र जोशी के लिए यह स्वतंत्रता दिवस खास होने जा रहा है। पोलियो से ग्रसित इस दिव्यांग कलाकार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 15 अगस्त को दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मान से नवाजेंगी। शुक्रवार को जब राष्ट्रपति भवन का आमंत्रण लेकर डाकिया उनके आवास पहुंचा, तो उनके साथ सहायक डाक अधीक्षक भी उपस्थित थे। यह आमंत्रण जीवन के संघर्ष और कला की असाधारण उपलब्धियों की मान्यता है। वह एक बगेट आर्ट व वुड क्राफट ट्रेनिंग सेंटर चलाते हैं। वे चीड़ के पेड़ों से गिरने वाली सूखी छाल से बेहद खूबसूरत कलाकृतियां तैयार करते हैं। जिस छाल को लोग बेकार समझ कर फेंक देते हैं, उसे जीवन जोशी अपने हाथों से एक अमूल्य धरोहर में बदल देते हैं। उन्होंने इस कला को नाम दिया 'बगेट'। जीवन जोशी की प्रतिभा पहली बार तब र...