कुशीनगर, दिसम्बर 25 -- पडरौना, निज संवाददाता। एक के बाद एक निजी अस्पतालों में ऑपरेशन के बाद मरीजों की हो रही मौतों ने हर किसी की चिंता बढ़ा दी है। पहले निजी अस्पताल बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के लिए जाने जाते थे, लेकिन अब ऐसे कई अस्पतालों में मरीजों की मौत हो चुकी है। इसे देखते हुए निजी अस्पतालों में ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों को चिह्नित करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा महिलाओं का ऑपरेशन गायनी के डॉक्टर ही करें, इसकी अनिवार्यता तय की जाएगी। यही नहीं, ऑपरेशन के बाद एक डॉक्टर भी जरुर रहें, इस पर जोर दिया जाएगा। यह कहना है सीएमओ डॉ. चंद्रप्रकाश का। उन्होंने बुधवार को बताया कि सबसे पहले पंजीकरण स्तर पर ही इसे अनिवार्य किया जाएगा। नर्सिंगहोम या महिलाओं के प्रसव से संबंधित अस्पतालों के पंजीकरण के समय ही यह गहनता से जांच-पड़ताल की जाएगी कि उस ...
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