चित्रकूट, अक्टूबर 24 -- यूपी के चित्रकूट कोषागार में 43.13 करोड़ के घोटाले का मामला सामने आया है। जांच पाया गया है कि सात साल पूर्व मर चुके चार पेंशनरों की फाइलों को दोबारा सक्रिय कर इनके खातों में 13.20 करोड़ भेजे गए। इसके बाद परिजनों से मिलीभगत कर रुपयों का बंदरबांट कर लिया। ये वही चार खाते हैं, जिनकी फाइलों को विशेष ऑडिट टीम की जांच के दौरान कोषागार कर्मियों ने छिपा लिया था। विशेष ऑडिट टीम की रिपोर्ट और विभागीय जांच में घोटाला सामने आने के बाद शासन स्तर से एडीएम न्यायिक अरुण कुमार व अपर निदेशक कोषागार एवं पेंशन विष्णुकांत द्विवेदी की दो सदस्यीय टीम जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक टीम को पता चला है कि पेंशनर शिव प्रसाद, रामखिलावन, राजेंद्र कुमार व गिरिजेश कुमारी की 2018 में मौत हो चुकी है। इनके मृत्यु प्रमाण पत्र के आधार पर बंद फाइलो...