चित्रकूट, अक्टूबर 21 -- दीपावली के बाद, भगवान श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के तट पर वह मेला शुरू हो गया है, जिसका इतिहास 350 साल से भी ज्यादा पुराना है। यह है मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा और देश का दूसरा सबसे प्रसिद्ध 'गधा मेला'। इस तीन दिवसीय मेले की शुरुआत मुगल बादशाह औरंगजेब के दौर में हुई थी, लेकिन आज यहां 'सलमान', 'शाहरुख' और 'लॉरेंस' जैसे नामों की धूम है। इस साल भी मेले में उत्तर प्रदेश, बिहार, नेपाल और यहां तक कि अफगानिस्तान से भी व्यापारी 300 से अधिक गधे, खच्चर और घोड़ियां लेकर पहुंचे हैं।लॉरेंस' रहा पिछले साल का 'हीरो' इस मेले की सबसे खास बात है यहां बिकने वाले जानवरों के अनोखे नाम। व्यापारी अपने गधों और खच्चरों का नाम फिल्मी सितारों और चर्चित हस्तियों पर रखते हैं, जिससे उनकी कीमत भी बढ़ जाती है। पिछले साल मेले का 'ह...