दरभंगा, दिसम्बर 3 -- दरभंगा/कानपुर, हिटी। स्वर्ग फिल्म में गोविंदा का एक डायलॉग है 'दुनिया में गरीब पैदा होना कोई जुर्म नहीं, कोई पाप नहीं... मगर गरीब मरना सबसे बड़ा जुर्म है, सबसे बड़ा पाप है। पड़ोसी की पिटाई से घायल मूलरुप से दरभंगा जिले के नेहरा गांव के भरत के साथ भी ऐसा ही हुआ। पैसे के अभाव में उसकी मां उसकी चिता तक नहीं जला सकी। उसके पिता संतोष कुमार चौधरी गांव में ही रहते हैं जबकि उसकी मां कानपुर के टटियन झनाका इलाके में रहती है। वह भीख मांगकर गुजारा करती है। इलाज के अभाव में सोमवार की देर रात कानपुर में भरत की मौत हो गई। भीख मांगकर गुजारा करनेवाली उसकी मां माधुरी के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि पोस्टमार्टम के बाद बेटे के शव की चिता जला सके। पुलिस को शव का दाह संस्कार करना पड़ा। रविवार रात को पड़ोसी की पिटाई से घायल बेटे का पैसों के ...