गोरखपुर, अक्टूबर 6 -- गोरखपुर, कार्यालय संवाददाता। शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) में जानवरों की मौत का सिलसिला रुक नहीं रहा है। बड़े मांसाहारी जानवरों (कार्निवोर) में शुमार बाघ, तेंदुआ, भेड़िया की मौत के बाद अब बब्बर शेर भरत की मौत ने चिड़ियाघर पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक-एक करके इन जानवरों की मौत ने चिड़ियाघर के खाने पर भी सवाल खड़े कर रही है, क्योंकि, अब तक जिन जानवरों की मौत हुई है, जो केवल मांस ही खाते हैं और सबसे अधिक खर्च इन जानवरों के खाने पर ही होता है। बताया जा रहा है कि शेर भरत पूरी तरह से स्वस्थ था। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और सुबह ही उसकी मौत हो गई। जबकि चिड़ियाघर प्रशासन यह दावा करता रहा कि उसकी सांसें चल रही थी। देर शाम चार बजे के आसपास चिड़ियाघर प्रशासन ने शेर भरत के मौत की पुष्टि की। मामले की जानकारी शासन क...