गोरखपुर, सितम्बर 12 -- गोरखपुर। एम्स में शुक्रवार को दोदिवसीय रिसर्च मेथडोलॉजी कार्यशाला का शुभारम्भ ऑडिटोरियम में हुआ। कार्यशाला के माध्यम से एमबीबीएस प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को चिकित्सा शोध की बारीकियों, बायोस्टैटिस्टिक्स और वैज्ञानिक लेखन के बारे में बताया गया। एम्स की कार्यकारी निदेशक सेवानिवृत्त मेजर जनरल डॉ. विभा दत्ता ने शोध को बढ़ाने पर जोर देते हुए छात्रों का हौसला बढ़ाया। कहा कि डॉक्टरों के जीवन का सबसे बड़ा काम शोध है। शोध से इलाज की अहम जानकारी निकलती है। रिसर्च डीन डॉ. आनंद मोहन दीक्षित, डॉ. महिमा मित्तल, आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कॉलेज पुणे के डॉ. कपिल पंड्या, डॉ. किरण के मरमराज, डॉ. सीमा पत्रीकर ने शोध के महत्व, एपिडेमियोलॉजिकल स्टडी डिजाइन और बायोस्टैटिस्टिक्स की मूल बातें बताई। साथ एसोसिएशन के माप जैसे विषयों पर रोजक जानक...