लखनऊ, मार्च 6 -- -तीसरे दिन प्रशिक्षुओं ने जाली वर्क सिखने में विशेष रूचि दिखाई लखनऊ, संवादादाता। राज्य संग्रहालय में चल रहे चिकनकारी कार्यशाला के तीसरे दिन सांचे की मदद से सफेद मलमल के कपड़े पर चित्रों का छापांकन हुआ। इसके बाद मास्टर ट्रेनर व राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त रानी सिद्दीकी और अरशी फातिमा ने चिकनकारी के 32 तरह के टांकों से उल्टी बखिया, सादा फन्दा, घासपत्ती, तेपची पेंचनी, होल, कील, घनापत्ती और जाली वर्क आदि टांकें सिखाए। प्रशिक्षुओं ने मलमल कपड़े पर सुई में कई रंगों के धागों को पिरोकर कढ़ाई की। साथ ही जाली वर्क सिखने में विशेष रूचि दिखाई। इस मौके पर संग्रहालय निदेशक डॉ. सृष्टि धवन, कार्यकम प्रभारी व सहायक निदेशक डॉ. मीनाक्षी खेमका, डॉ. अनिता चौरसिया, शारदा प्रसाद त्रिपाठी आदि रहे।

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