मुरादाबाद, अप्रैल 24 -- मुरादाबाद। बारिश के मौसम की दस्तक होते ही किसी व्यक्ति के बुखार के चपेट में आने पर डॉक्टर उसके मलेरिया से पीड़ित हो जाने का अंदेशा मानकर इलाज शुरू करते थे। जांच कराने पर काफी संख्या में मरीज मलेरिया से पीड़ित मिलते थे-मगर, पिछले दो साल के दौरान इस परिदृश्य में बदलाव देखने को मिला था। पिछले दो साल में सीजनल बुखार होने पर अधिकतर मरीजों के मलेरिया से पीड़ित होने की आशंका डॉक्टर जाहिर कर रहे थे, मगर, जांच कराने पर तमाम मरीजों में मलेरिया के संक्रमण की पुष्टि नहीं हो रही थी, लेकिन, पिछले वर्ष मानसून सीजन के बीतने के बाद मलेरिया के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी देखी गई। खासतौर से दिमागी मलेरिया के केसों ने चिकित्सकों को हैरान किया। चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद मलेरिया के संक्रमण के मामले में काफी बड़ा बद...