नई दिल्ली, मई 27 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। दिल्ली में हर साल रक्त कैंसर में एक्यूट मायलॉयड ल्यूकेमिया (एएमएल) के कम से कम 3,000 मामले सामने आ रहे हैं। चिंता की बात यह है कि यह आक्रामक ब्लड कैंसर अब 30 से 40 वर्ष की उम्र के लोगों में भी तेजी से फैल रहा है। प्रेस वार्ता में एम्स के एडिशनल प्रोफेसर डॉक्टर रंजीत साहू ने मंगलवार को यह जानकारी दी। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यह गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बनती जा रही है, जिस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, एएमएल कैंसर से पीड़ित सिर्फ 30 फीसदी मरीज ही पूरा इलाज करवा पाते हैं। इलाज में सबसे बड़ी बाधा आर्थिक तंगी और अपर्याप्त बीमा सुरक्षा है, जिसके कारण अधिकतर मरीज समय पर इलाज नहीं ले पाते। विशेषज्ञों का मानना है कि एएमएल को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राथमिकता में शामिल किया जा...