लखनऊ, नवम्बर 19 -- लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। प्रदूषण ने सांस लेने दूभर कर दिया है। वायु प्रदूषण से सांस से संबन्धित बीमारियों तेजी से बढ़ रही है। जागरूकता व सही समय पर सटीक इलाज से बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। यह जानकारी केजीएमयू रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकान्त ने दी। बुधवार को केजीएमयू के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग की ओपीडी में क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ। डॉ. सूर्यकांत ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार सीओपीडी भारत में मौत का दूसरा कारण है। यह न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र पर एक बड़ी चुनौती बनकर उभर रही है, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और राष्ट्रीय उत्पादकता पर व्यापक प्रभाव डाल रही है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के लक्षण 30 वर्ष की उम्र के बाद प्रारम्भ होत...