गुड़गांव, दिसम्बर 17 -- गुरुग्राम,संवाददाता। सर्दियों के मौसम में प्यास कम लगने की आदत अब लोगों की सेहत पर भारी पड़ने लगी है। प्रदूषण और वायरल संक्रमण के इस दौर में शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन के मामले सामने आ रहे हैं। इसका सीधा असर मरीजों की रिकवरी पर पड़ रहा है और बीमारी से उबरने में पहले के मुकाबले ज्यादा समय लग रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, ठंड के मौसम में पसीना कम आने की वजह से लोग यह मान लेते हैं कि शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं है, जबकि हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। प्रदूषण के कारण शरीर में जहरीले कण प्रवेश कर रहे हैं और वायरल संक्रमण के दौरान शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर दबाव बढ़ रहा है। ऐसे में पर्याप्त पानी न पीना समस्या को और गंभीर बना रहा है। सर्दियों में भी बढ़ रहा डिहाइड्रेशन का खतरा: सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल म...