बोकारो, फरवरी 20 -- बुधवार को चास मंडल जेल में ब्रहृमकुमारीज इश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से कैदियों को नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाया गया। इस अवसर पर माउंट आबू राजस्थान से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय से आये हुए ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि यह जेल नहीं, बल्कि सुधारगृह है। इसमें आपको स्वयं में सुधार लाने के लिए रखा हुआ है। इस कारागृह को संस्कार परिवर्तन का केंद्र बना लो । इस मे एक दुसरे से बदला लेने के बजाए स्वयं को बदलना है। इनपर ध्यान देने की जरुरत है। जिस परमात्मा के हम बच्चे हैं, वह तो शांति का सागर, दयालू, कृपालू, क्षमा का सागर है। हम स्वयं को भूलने से ऐसी गलतियां कर बैठते हैं। ब्रह्माकुमारीज सबजोन बोकारो की निदेशिका कुसुम दीदी ने कैदियों के बीच स्वस्थ, सुखी व अपराधमुक्त बनने कि शुभ कामना दी। अंत में सभी के बीच प्रसाद...