कुशीनगर, मार्च 19 -- कुशीनगर, वरिष्ठ संवाददाता। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि चालीस साल से आंगनबाड़ी का वजूद है। मगर पहले किसी ने यहां के संसाधनों पर ध्यान नहीं दिया। ध्यान दिया होता तो अब तक यह संसाधनहीन नहीं होते। पहल होती तो लोग भी मदद को आगे आते और बच्चों को भविष्य बनाने में मदद मिलती। शिक्षक की तरह उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को दिए गए किट में सामान दिखाते हुए बच्चों को सजाने संवारने का सलीका सिखाया। कहा कि बच्चों को शीशे में चेहरा दिखाना चाहिए। इसके बाद उसके बाल संवारने चाहिए। शर्ट पैंट आदि के बटन टूटे हों तो खुद लगा देना चाहिए। इसमें किसी को शर्म नहीं आनी चाहिए। सप्ताह में एक बार जरूर नेलकटर से उसके नाखून काट देने चाहिए। आस पास सफाई रखनी चाहिए। नाखून में गंदगी से बीमारियां फैलती हैं। आगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चों में सफाई रहे...