बोकारो, जून 6 -- बोकारो, प्रतिनिधि। झारखण्ड राज्य चतुर्थवर्गीय सरकारी कर्मचारी संघ की ओर से झारखण्ड के निर्माण काल से ही बिहार की भांति चतुर्थवर्गीय कर्मियों को तृतीय वर्ग के पदों पर वरीयता व योग्यता के आधार पर पद प्रोन्नति की मांग किया जाता रहा है। कई बार धरना, प्रदर्शन, मांग पत्र समर्पण के माध्यम से ध्यान आकृष्ट कराया गया। बावजूद इसके इस दिशा में कोई पहल नहीं की गयाी। संघ के प्रदेश महामंत्री सपन कुमार कर्मकार ने कहा कि दुर्भाग्य है कि चतुर्थवर्गीय कनीय कर्मी होने के कारण न्याय नहीं मिल पाया। राज्य सरकार के हम सबसे कनीय कर्मी हैं, चतुर्थवर्ग में नियुक्त होकर चतुर्थवर्ग में ही सेवा निवृत्त हो जाते हैं। यह राज्य सरकार की प्रथम संवर्ग है, जिसका विकास नहीं हो पाया। चार सूत्री मांगों के समर्थन में 28 जून को जिला स्तर पर धरना कार्यक्रम आयोजित ...