मिर्जापुर, फरवरी 14 -- राजगढ़, हिन्दुस्तान संवाद। महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) के तहत कार्यरत तकनीकी सहायकों को बीते चार माह से मानदेय नहीं मिला है। इससे वे गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। राजगढ़ विकासखंड में कुल 11 तकनीकी सहायक कार्यरत हैं, जिन पर 83 ग्राम पंचायतों के मनरेगा कार्यों की तकनीकी जांच, स्टीमेट तैयार करने और काम का मापन करने की जिम्मेदारी है। चार माह से मानदेय न मिलने के कारण तकनीकी सहायक निजी खर्चों को पूरा करने में असमर्थ हो गए हैं। स्थिति यह हो गई है कि उन्हें बच्चों की फीस भरने, घर खर्च चलाने और दवा-इलाज के लिए उधार लेना पड़ रहा है। तकनीकी सहायकों का कहना है कि वे अपनी जिम्मेदारियां पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं, लेकिन समय पर वेतन न मिलने से उन्हें मानसिक और आर्थिक तनाव झेलना पड़ रहा है। तकनीकी सहायकों...