पटना, सितम्बर 18 -- राज्य में इस वर्ष अप्रैल से जुलाई तक दो लाख 66 हजार गर्भवती महिलाओं ने ईपीएमएसएमए के तहत प्रसव पूर्व जांच कराई है। इस दौरान 19 हजार 314 महिलाओं को उच्च जोखिम प्रसव वाले गर्भवतियों की पहचान की गयी। इनमें से 12 हजार 698 उच्च जोखिम वाली (एचआरपी) महिलाओं का प्रबंधन किया गया। यह कुल एचआरपी वाली महिलाओं का 65.7 प्रतिशत है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। यह भी बताया गया कि ज्यादा-से-ज्यादा प्रसव पूर्व जांच हो, इसके लिए राज्य में हर महीने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना को तीन दिन संचालित किया जा रहा है। गर्भावस्था जागरूकता के संबंध में एम्स पटना में एडिशनल प्रोफेसर डॉ. इंदिरा प्रसाद कहती हैं कि गर्भावस्था के दौरान मां को सबसे ज्यादा स्वस्थ रहने की जरूरत होती है। इसके लिए सबसे जरूरी ...