पटना, मार्च 22 -- चार माह में सिर्फ साढ़े तीन लाख बच्चों का बना स्वास्थ्य आईडी बना है। हालांकि आईडी कार्ड बनने के बाद राज्य के दो लाख 27 हजार बच्चों का नि:शुल्क इलाज भी हुआ है। सबसे ज्यादा एनिमिया और ईएनटी के दिक्कत वाले बच्चे शामिल हैं। स्वास्थ्य आईडी कार्ड से अस्पताल में नि:शुल्क इलाज के साथ मुफ्त दवाइयां भी दी जा रही हैं। मार्च अंतिम तक पांच लाख बच्चों का स्वास्थ्य आईडी बन जाने की उम्मीद है। दो सालों से आंगनबाड़ी केन्द्र के सभी बच्चों का स्वास्थ्य आईडी कार्ड बनना बंद था। इसको लेकर समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) निदेशालय ने राज्य स्वास्थ्य समिति से संपर्क किया। इसके बाद दिसंबर से फिर से बच्चों का स्वास्थ्य आईडी बनना शुरू हुआ। 28 फरवरी तक तीन लाख 60 हजार बच्चों का स्वास्थ्य आईडी बन चुका है। मार्च अंतिम तक पांच लाख बच्चों का स्वास्थ्य...
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