नई दिल्ली, मई 15 -- चार महीनों तक रिक्त रही प्रधान न्यायाधीश की कुर्सी, दो हजार मामले लंबित - द्वारका स्थित पारिवारिक न्यायालय के मुख्यालय में न्यायाधीश का हो गया था जनवरी में तबादला निखिल पाठक नई दिल्ली। राजधानी के द्वारका कोर्ट स्थित पारिवारिक न्यायालय में चार महीनों तक प्रधान न्यायाधीश की कुर्सी खाली रहने से न्याय प्रक्रिया प्रभावित रही। चार जनवरी को न्यायाधीश संजीव जैन के तबादले के बाद से द्वारका न्यायालय परिसर में पारिवारिक न्यायालय (मुख्यालय) के प्रधान न्यायाधीश का न्यायालय रिक्त पड़ा रहा। परिणामस्वरूप दो हजार से अधिक मामलों में फैसले लंबित हैं और महज तारीखें दी जा रही हैं। गौरतलब है कि द्वारका कोर्ट स्थित प्रधान न्यायाधीश (पारिवारिक न्यायालय) की अदालत राष्ट्रीय राजधानी में सभी 21 पारिवारिक न्यायालयों के लिए पारिवारिक न्यायालय मुख्य...