लखनऊ, मई 8 -- उत्तराखंड की सुप्रसिद्ध चार धाम यात्रा में यूपी के जूनियर डॉक्टरों को भी मैनेजमेंट संभालने का मौका मिलेगा। यह डॉक्टर वहां भारी भीड़ के लिए स्वास्थ्य प्रबंधन के गुर सीख सकेंगे। इसका लाभ यूपी को महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में मिल सकेगा। खास बात यह है कि चार धाम यात्रा में ड्यूटी के लिए जाने वाले जूनियर डॉक्टरों के लिए इसे जिला रेजिडेंसी कार्यक्रम का हिस्सा बनाए जाने की स्वीकृति एनएमसी ने दे दी है। चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले स्नातकोत्तर (पीजी) डॉक्टरों को अब जिला रेजिडेंसी कार्यक्रम (डीआरपी) के अंतर्गत अनुभव की मान्यता दी जाएगी। राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) ने इस संबंध में पत्र जारी कर चारधाम यात्रा को स्नातकोत्तर प्रशिक्षण के एक व्यावहारिक अवसर के रूप में मान्यता प्रदान कर दी है। स्न...