अमरोहा, जुलाई 15 -- बरसात के सीजन में सर्पदंश की बढ़ती घटनाओं के बीच बीते महज चार दिन में मासूम समेत चार लोगों की मौत हो गई। ऐसे में न तो सांप के काटने पर लगाई जाने वाली स्वास्थ्य विभाग की एंटी स्नैक वेनम काम आई आ रही है और न ही सर्पदंश से जान गंवाने पीड़ितों के आश्रितों को सरकारी मदद ही मिल पा रही है। अंधविश्वास में जकड़े लोग जागरूकता की कमी के चलते सांप काटने के इलाज और सरकारी मुआवजे दोनों से वंचित हैं। सर्पदंश से हसनपुर में तीन व बछरायूं में सर्पदंश से मौत का एक मामला सामने आया है। जिनमें सभी मामलों में झाड़फूंक के चक्कर में सांप काटने के पीड़ित असमय मौत के शिकार हुए हैं। वहीं, एक मामले में जागरूकता की वजह से महिला की जान भी बची है। विडंबनावश सांप के काटने के मामले में लोग अस्पताल में इलाज कराने से दूर आज भी पारंपरिक रूप से वैद्य, हकीम...