मुजफ्फरपुर, अक्टूबर 14 -- फोटो : पंकज जी मुजफ्फरपुर : चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, प्रत्याशियों को लेकर चर्चाएं गंभीर और दिलचस्प होती जा रही हैं। चाय की दुकानों पर तर्क-वितर्क, वाद-विवाद शबाब पर हैं। वे चाय की चुस्की के साथ निवर्तमान विधायकों के साथ भावी प्रत्याशियों का मूल्यांकन कर रहे हैं। स्थानीय मुद्दों को उतनी ही शिद्दत से उछाल रहे हैं। पारदर्शिता की बात कर रहे हैं। हालांकि, अभी आधी सीटों पर भी प्रत्याशी फाइनल नहीं हो सके हैं। बावजूद चुनाव का गुणा-गणित व दल विशेष की जीत-हार को लेकर मंथन जबरदस्त है। बहस-मुबाहिसे में एक बात कॉमन है और वो है माननीय अपना धर्म-ईमान न छोड़ेंगे तो जनता भी उनको पलकों पर बिछाकर रखेगी। वैसे तो मतदाता काफी सजग हैं, लेकिन कभी-कभी सियासी उबाल ऐसा बवंडर रूप धारण कर लेता है कि सिरफुटौव्वल की नौबत आ जाती...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.