औरंगाबाद, अक्टूबर 6 -- औरंगाबाद का हृदय कहे जाने वाले रमेश चौक के बगल में चाय दुकान पर लोग पहुंचने लगे हैं। सुबह के 8 बजे हैं और अखबार के पन्ने पलटते हुए विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चाएं शुरू होती हैं। जाति-पाति, भ्रष्टाचार और विकास से निकलते हुए चुनाव की चर्चा प्रत्याशियों के नाम पर होने लगती है। औरंगाबाद, नवीनगर, कुटुंबा, रफीगंज, ओबरा, गोह के वर्तमान प्रतिनिधियों के अलावा दावेदारों और चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले लोगों के बीच यह चर्चा घूमती रहती है। यहां मौजूद शत्रुघ्न सिंह कहते हैं कि इस बार का चुनाव रोचक होगा। एक तरफ एनडीए पांच दलों का समूह है तो दूसरी तरफ महागठबंधन में भी प्रमुख दल शामिल हैं। हालांकि चुनाव में जाति कार्ड का प्रभाव होने की बात कही जाती है। इस बीच तीसरे दल की भूमिका और प्रत्याशियों के चयन को लेकर अब तक उठाए गए कदम पर भ...