प्रधान संवाददाता, मई 13 -- बिहार चाय उत्पादन के मामले में देश में पांचवें पायदान पर है। किशनगंज में भारी मात्रा में चाय की खेती होती है। लेकिन, यहां उत्पादित चाय की हरी पत्तियां बिकने के लिए पश्चिम बंगाल में चली जाती है। बंगाल के सिल्लीगुड़ी स्थित चाय की मंडी में बिहार उत्पाद चाय की पत्तियों की खपत होती है। इससे राज्य को राजस्व का नुकसान होता है और चाय की खेती करने वाले किसानों की परेशानी होती है। बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआईए) के अध्यक्ष केपीएस केसरी ने कहा कि किशनगंज और ठाकुरगंज में चायपत्ती के प्रसंस्करण यूनिट की काफी जरूरत है। यूनिट नहीं होने से यहां की पत्तियां बाहर जा रही है। चाय उत्पादन में बिहार पांचवें स्थान पर है। राज्य के किशनगंज में लगभग दस हजार हेक्टेयर (25 हजार एकड़) में चाय की खेती हो रही है। इसमें अभी और विस्तार की काफी स...