घाटशिला, मई 25 -- चाकुलिया: साल के प्राकृतिक जंगल रोजगार की फैक्ट्री कहे जाते हैं। साल के जंगल सालों भर गरीब तबके के लोगों को रोजगार मुहैया कराते हैं। खासकर विलुप्त होती सबर जनजाति के लिए तो साल के जंगल वरदान हैं।साल जंगलों में इन दिनों ग्रामीण साल के फल चुन कर बीज निकालने में जुटे हैं। बीज को सूखा कर छोटे-मोटे व्यापारियों को बेचते हैं। इससे उन्हें आय प्राप्त हो रही है। साल के बीज में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं।ग्रामीण साल के फल को चुन कर घर लाते हैं। धूप में या फिर आग से फल को सुखाते हैं। फिर उसका बीज निकाल कर छोटे व्यापारियों को बेच रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक इन दिनों साल के बीज 10 - 12 रुपए प्रति किलो की दर से बिक रहा है। क्षेत्र में साल बीज से संबंधित कोई उद्योग नहीं है। लिहाजा यहां उत्पादित साल के बीज बड़े व्यापारियों द्वारा मध्...