जमशेदपुर, फरवरी 25 -- जमशेदपुर, अनीसचाईबासा में राज्य की पहली मॉलिक्यूलर बायोलॉजिकल लैब बनेगी। इसका प्रस्ताव चाईबासा स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्यालय भेजा गया है। लैब में नवजातों की गहनता से जांच की जाएगी। इससे पता चलेगा कि नवजात को कोई गंभीर बीमारी है या नहीं। वहीं, बच्चे के भविष्य के उपचार में भी सहूलियत होगी। सूत्रों के अनुसार, यह एक अनुसंधान प्रयोगशाला होगी, जो आणविक स्तर पर महत्वपूर्ण जैविक प्रक्रियाओं को समझने के लिए समर्पित होगी। इसका लक्ष्य मानव स्वास्थ्य और बीमारी में प्रमुख समस्याओं से निपटना होगा। प्रयोगशाला में कई तकनीकों का आविष्कार किया जाएगा, जिनमें डीएनए अनुक्रमण, प्रोटीन की त्रि-आयामी संरचना निर्धारित करने के तरीके और मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का विकास शामिल है। इससे न सिर्फ कोल्हान बल्कि पूरे झारखंड और पड़ोसी राज्य के अस्पताल...