रांची, नवम्बर 1 -- रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो सदर अस्पताल, चाईबासा में पांच बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाने के बाद एचआईवी पीड़ित होने पर दो डॉक्टरों के निलंबन पर झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन (झासा) ने सवाल उठाया है। झासा के अध्यक्ष डॉ बिमलेश सिंह ने कहा कि यह मामला बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले में गंभीरता से जांच होनी चाहिए। जांच के बाद जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन जांच से पहले ही सिविल सर्जन और ब्लड बैंक प्रभारी को निलंबित किया जाना सही नहीं है। उनहोंने कहा कि खून में संक्रमण की जांच के लिए जो भी पद्धति उपलब्ध है, उन सबका अपना अलग-अलग विंडो पीरियड है। उस विंडो पीरियड में रक्तदाता के खून की जांच की जाने के बाद भी संक्रमण की पुष्टि नहीं होगी। जांच में रिपोर्ट नेगेटिव आएगी। ऐसे में नेगेटिव रिपोर्ट आने...