नोएडा, अप्रैल 17 -- नोएडा, प्रमुख संवाददाता। बाल चिकित्सालय एवं स्नातकोत्तर संस्थान (चाइल्ड पीजीआई) में जांच और मरीजों के इलाज पर अध्ययन से दुर्लभ रक्त समूह के मरीजों का सटीक इलाज हो सकेगा। शुरुआती परिणाम सकारात्मक रहे हैं। सितंबर में शोध का अंतिम परिणाम आएगा। चाइल्ड पीजीआई में थैलेसीमिया, रक्त कैंसर आदि के 400 से अधिक मरीजों का इलाज चल रहा है। इन मरीजों में रक्त समूह ए, बी, एबी, ओ और डी के पॉजिटिव और निगेटिव की जांच के साथ ही इनके दुर्लभ रक्त समूह सी, स्मॉल सी, ई , स्मॉल सी, केईएल सहित अन्य रक्त समूह की जांचनें की सुविधा है। ताकि सिर्फ मुख्य रक्त समूह की जांच के आधार पर ही मरीज का इलाज न करते हुए दुर्लभ रक्त समूह की जांच भी हो सके। इससे इलाज में मरीज को शत प्रतिशत लाभ मिलेगा। गर्भवती महिलाओं की भी दुर्लभ रक्त समूह की जांच से काफी फायदा ह...