वाराणसी, जून 27 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। लक्सा क्षेत्र स्थित रामकुंड मोहल्ले में एक विशेष जगन्नाथ उत्सव होता है। इसमें सोने से निर्मित भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और बलभद्र के विग्रह को चांदी के रथ पर विराजमान कराया जाता है। इस वर्ष यह विशेष उत्सव काशी में 77वीं बार होगा। 76 वर्ष पूर्व इसकी शुरुआत श्रीआशुतोष हरिदास मठ के महात्मा ने कराई थी। यह पुरी के ही मठ की शाखा है। इस उत्सव के संयोजक मंडल के सदस्य श्यामपद सेनगुप्ता बताते हैं कि करीब 14 फुट ऊंचे चांदी के रथ पर छह इंच लंबाई वाले सोने के विग्रह विराजमान किए जाते हैं। रथ को मठ के बाहर नहीं ले जाया जाता। तीन दिवसीय उत्सव के दौरान पहले दिन भगवान को रथ पर विराजमान करके मठ परिसर में ही परिक्रमा की जाती है। परिक्रमा पूर्ण होने के बाद विग्रहों को मूल गर्भगृह में प्रतिष्ठित कर दिया जाता है ज...