प्रयागराज, दिसम्बर 15 -- प्रयागराज, अभिषेक मिश्र। समय के साथ सरकार ने प्रशासनिक अफसरों की कार्यशैली में बहुत बदलाव किए हैं, लेकिन कर्मचारियों के भत्तों में कोई बदलाव नहीं हुआ। आज के दौर में जहां लेखपाल कार व बाइक से चलते हैं, लेकिन उन्हें यात्रा भत्ते के रूप में साइकिल भत्ता दिया जाता है। वो भी 200 रुपये महीने। अब समस्या यह है कि हर काम के लिए लेखपालों को बुलाया जाता है। मुख्यालय की बैठकों में भी वे शामिल होते हैं। दरअसल यह व्यवस्था उस समय से चली आ रही है जब 80 के दशक तक लेखपालों को पटवारी कहा जाता था। तब अधिकांश लोग साइकिल से ही चलते थे। उस दौर में 200 रुपये बहुत बड़ी रकम भी मानी जाती थी। समय के साथ स्थिति में बदलाव आया और मोटरसाइकिल, स्कूटी तो सभी के पास आ गई, बहुत से लोग कार से भी चलने लगे, लेकिन इस भत्ते में कोई बदलाव नहीं आया। इसे आज...
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