जहानाबाद, जून 3 -- रतनी, निज संवाददाता। प्रखंड के झरखा में 1 जून से 7 जून तक आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सह लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में मंगलवार को दूसरे दिन स्वामी श्री चक्रपाणि जी महाराज ने कहा कि यह कथा सभी वेदों का सार है। इसे सुनने से मनुष्य जन्म-जन्मांतर के पाप से मुक्त हो जाता है। साथ ही कथा सुनने या किसी भी शुभ काम को करवाने या करने के पीछे का उद्देश्य परम लक्ष्य की प्राप्ति ही होता है। यदि आपके पास एक स्थान पर बैठकर प्रभु का नाम लेने का समय नहीं है तो आप चलते-फिरते भी अपने मन मंदिर में परमेश्वर का स्मरण कर सकते हैं। ऐसा करने पर भी आपको कथा श्रवण का पुण्य फल प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि पहली बार कथा श्रवण मात्र से ही राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई और उनका अकाल मृत्यु से बचाव हुआ था। स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने भगवान की अनेक ल...