औरंगाबाद, नवम्बर 20 -- जिला पशुपालन पदाधिकारी कार्यालय ने जिले के चयनित 22 पशु चिकित्सा सहायकों को कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता के रूप में प्रशिक्षित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। परियोजना निदेशक, पटना द्वारा भेजे गए निर्देश के बाद प्रशिक्षण तिथि तय कर दी गई है। जारी पत्र के अनुसार, चयनित सहायकों को तीन माह का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें एक माह का सैद्धांतिक और दो माह का प्रायोगिक प्रशिक्षण शामिल है। पहला चरण 21 नवंबर से शुरू होगा। सैद्धांतिक प्रशिक्षण ईगल व्यू ट्रेनिंग सेंटर, पटना में आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण में विशेषज्ञ प्रशिक्षक एआई तकनीक और उसके व्यावहारिक पक्षों की जानकारी देंगे। प्रायोगिक प्रशिक्षण बाद में जिले के विभिन्न पशु चिकित्सा केंद्रों और कृत्रिम गर्भाधान इकाइयों में होगा। इसकी सूची जारी कर दी गई है। विभाग ने बताया कि...