चम्पावत, मई 1 -- चम्पावत। जिले में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना के तहत पेयजल लाइन बिछाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। लेकिन अतीत से ही लोगों की प्यास बुझाने वाले प्राकृतिक जल स्रोतों की कोई सुध नहीं ली जा रही है। इससे पेयजल संकट गहराने लगा है। जल स्रोतों और नौलों का संरक्षण नहीं होने से अस्तित्व हाशिए में सिमटने लगा है। चम्पावत जिला मुख्यालय में एक दर्जन से अधिक प्राकृतिक नौले स्थित है। लेकिन इन नौलों की नियमित साफ सफाई अथवा रखरखाव नहीं होने से यह नौले मिट्टी में धंस गए हैं। जबकि कई स्थानों पर आवासीय मकान बनाने के लिए भी प्राकृतिक जल स्रोतों को पाट दिया गया है। जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविंद गौड़ के अनुसार इंटेक संस्था के सहयोग से पहले चरण में सभी प्राकृतिक जल स्रोतों का डाक्यूमेंटेशन किया जा रहा है। जबकि दूसरे चरण में ऐतिहासि...
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