करूर (तमिलनाडु), सितम्बर 28 -- बिखरी पड़ी चप्पलें, पिचकी हुई पानी की बोतलें, टूटे खंभे और बिखरे कागज-उस भयानक पल की गवाही दे रहे थे, जिसने कई जिंदगियों को निगल लिया और जश्न को मातम में बदल दिया। सुबह की सैर पर निकले लोग और दूध-सब्जी लेने निकले राहगीर जब तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) प्रमुख विजय की बीती रात हुई रैली के स्थल से गुजरे तो वहां पसरे सन्नाटे और बिखरे सामान को देखकर स्तब्ध रह गए। कोई समझ नहीं पा रहा था कि आखिर रात में ऐसा क्या हुआ जिसने यह भयावह दृश्य अपने पीछे छोड़ दिया। पुलिस ने घटनास्थल को 'कृपया पार न करें' चेतावनी वाली टेप से घेर कर आम लोगों के लिए पूरी तरह बंद कर दिया है। जिन्होंने रात को टीवी नहीं देखा या जल्दी सो गए, वे लोग सुबह यह जानकर स्तब्ध रह गए कि इस कार्यक्रम में भगदड़ के कारण 38 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घा...